वर्ष २०१४ संपन्न होने जा रहा है। हर साल की तरह यह साल भी बहुत सारी बातो के लिए याद किया जायेगा। इस साल आपके जीवन में भी तो कुछ ऐसा घटित हुआ ही होगा जिसे आप भूल नहीं पाओगे।
आईये इससे पहले की दुनिया भर के टीवी चैनल्स बीते हुए साल का एनालिसिस करे हम भी कुछ चिर-फाड़ कर डालते है थोड़े कट-टू-कट अंदाज़ में।
हम भारतियों की एक बात तो छुपाये नहीं छुपती और वो है बॉलीवुड और क्रिकेट प्रेम, तो चलिए इस बीते साल का मुआईना करते है इसी साल रिलीज़ हुई बॉलीवुड फिल्मो के "टाइटल" के आधार पर।
हम लेकर आये है कुछ चुनिंदा फिल्मे जिनके टाइटल इस साल के महत्वपूर्ण इवेंट्स को समर्पित है।
१. टोटल सियापा
साल की शुरुआत हुई एक फिल्म "टोटल सियाप्पा" से जो की समर्पित है " आम आदमी पार्टी" और केजरीवाल साब को जिन्होंने इस साल सियाप्पे के सिवा कुछ नहीं पटका। पहले दिल्ली में उम्मीद बंधवाई फिर उस बंधी हुई उम्मीद को छोड़ के लोकसभा के पीछे भागे और फिर लौट के दिल्ली में सियाप्पे किये जा रहे है।
२. जय हो
अगली है सलमान की फिल्म "जय हो" और यह फिल्म बहुत कुछ हद तक नरेंद्र मोदी की तरफ इशारा करती है जिनके लिए इस साल हर जगह एक ही नारा गूंजा है और वो है "जय हो।" न केवल मोदी बल्कि भारतीय खेल जगत ने भी इस साल कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में "जय हो" का नारा लगवाया। यही नहीं जय हो का टाइटल हमारे देसी नासा याने की इसरो को भी मिलता है जिन्होंने इस साल दुनिया का सबसे सस्ता मंगलयान अंतरिक्ष में छोड़ा।
३. बेवकूफियां
जी हाँ यह फिल्म समर्पित है हमारे देश के प्यारे राहुल गांधी को जिन्होंने इस साल भी अपने हर भाषण में कुछ ऐसा किया और कहा जिससे इनकी बेवकूफियों के पुराने रिकॉर्ड भी ध्वस्त हो गए।
४. दावत-ऐ-इश्क़
हमारे प्रधानमंत्री ने प्यार का सन्देश देने के लिए अपनी शपथ ग्रहण समारोह में सारे पड़ौसी देशो को दावत दी थी और इस दावत का एक ही उद्देश्य था की आपसी तकरार कम हो और प्यार बढे। इसीलिए परिणीति चोपड़ा की फिल्म का टाइटल इस शपथ ग्रहण समारोह को दिया जाता है।
५ . २ स्टेट्स
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना जो की पहले संयुक्त राज्य हुआ करते थे इसी साल १ से २ स्टेट्स बन गए और इसीलिए इस साल की इस हिट फिल्म का टाइटल समर्पित है इन राज्यों को।
६ . क़्वीन
दर-असल यह टाइटल हमारे देश के किंग के लिए है मेरा मतलब हमारे प्रधानमंत्री के लिए है , जिस तरह से फिल्म में नायिका अपने हनीमून पर अकेली विदेश यात्राओ पर निकल पड़ती है ठीक उसी प्रकार इस साल हमारे पी. एम साब ने भी ताबड़तोड़ विदेश यात्रायें करी है और वो भी अपनी सरकार के हनीमून पीरियड में। इसीलिए यह टाइटल जाता है हमारे पी.एम. साब को।
७ . गुलाब गैंग
आप सबने रोहतक की घटना तो सुनी ही होगी, और इस घटना के कितने सारे पहलु सामने आये यह भी आप जानते होंगे। इस घटना का सच जो भी हो किन्तु उन दो बहनो के लिए माधुरी दिक्षित अभिनीत फिल्म का टाइटल "गुलाब गैंग" हम जरूर इस्तेमाल कर सकते है।
८ . गुंडे
यह शीर्षक और इसके कई पर्यायवाची शीर्षक से हर साल फ़िल्मे आती है और हर साल देश दुनिया में कितनी ही हरकते ऐसी होती है जिनके लिए यह टाइटल बना है। किसी विशेष घटना या विशेष अपराधी को यहाँ अपने लेख में जगह देकर उसको यह टाइटल समर्पित नहीं करूँगा। बस इतना कहूँगा की आप इस किसी की भी हरकतों को नजरअंदाज न करे क्योंकि हम जिन लोगो की छोटी छोटी गलतियों को नज़रअंदाज करते रहते है वही लोग आगे चलकर "गुंडे" बनते है।
९ . क्या दिल्ली क्या लाहोर
हर साल की तरह इस साल भी बनते बिगड़ते रिश्तो के बीच दोनों देशो की जनता सिर्फ यही कहती रह गयी की साब अब तो क्या दिल्ली क्या लाहोर। यह फिल्म का शीर्षक समर्पित है भारत-पाकिस्तान के रिश्ते को।
१० .हेट स्टोरी -२
इस फिल्म का टाइटल दिया जाता है हमारे देश के कई सारे नेता/वक्ताओं/धर्म के ठेकेदारो को जो हर साल की तरह इस साल भी अपनी ज़हरीली वाणी से समाज में नफरत का विष घोलने से पीछे नहीं हटे। हम आशा करते है की हेट स्टोरी २ से अब हेट स्टोरी ३-४-५ इत्यादि न बने इस देश में।
११ . अमित साहनी की लिस्ट
जी इस टाइटल को हम थोड़ा इस प्रकार कह सकते है "भारत सरकार की लिस्ट" जो की समर्पित है उस लिस्ट को जिसमे ६२७ वो नाम है "जिनका नाम नहीं लेते" मेरा मतलब है जिनका नाम कोई नहीं लेता। यह वो नाम है जिनका असीमित धन देश के बाहर की तिजोरियों में जमा है, जी जनाब मैं काले धनवानों की लिस्ट का जिक्र कर रहा हूँ।
चलिए हंसी मजाक बहुत हुआ, देश दुनिया के परिदृश्य में इस साल बहुत उथल पुथल हुई और हर घटना को महज एक बॉलीवुड फिल्म के टाइटल से प्रदर्शित करना आसान नहीं है। जब कही कुछ अच्छा होता है तो कही बहुत अच्छा भी होता है और जब कही कुछ बुरा होता है तो कही बहुत बुरा भी होता है।
फिल्मो की इस लिस्ट की अंतिम फिल्म का टाइटल हमने कुछ बहुत बुरे को प्रदर्शित करने के लिए इस्तेमाल किया है। हालांकि फिल्म बहुत बुरी नहीं है हम सिर्फ इसका टाइटल इस्तेमाल कर रहे है।
१२ . बैंग - बैंग
इस साल भी भारत पाकिस्तान सीमा पर, नक्सली क्षेत्रो में और उत्तर-पूर्वी राज्यों में भीषण गोलीबारी और बम धमाके हुए जिनमे सैकड़ो निर्दोष लोगो और सैनिको की जाने गयी। यही नहीं पुरे विश्व में अमरीका से लेके ऑस्ट्रेलिया और इराक़ से लेके पाकिस्तान तक हर जगह आतंकवादियों ने कहर बरपाया। ईश्वर से प्रार्थना है की इस साल की समाप्ति के साथ ही ये बैंग बैंग भी समाप्त हो जाये और अगला साल पुरे विश्व के लिए "हैप्पी न्यू ईयर" बन के आये इसी के साथ अब हम इस लेख की "हैप्पी एंडिंग" करते है और आपको आने वाले साल के लिए ढेरो शुभकामनायें देते है ।
और आप लेख पर अपनी प्रतिक्रियाएं अवश्य ज़ाहिर कीजियेगा।
जय हिन्द।
नोट: कुछ फिल्मे सिनेमा स्क्रीन के साथ ही हमारे ज़ेहन से भी उतर जाती है इसीलिए हमने यहाँ उनके पोस्टर्स भी चिपकाएं है ताकि आपको याद आजाये की हम किस फिल्म की बात कर रहे है। सभी चित्र गूगल इमेज सर्च के सौजन्य से।